October 22, 2025

प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने अपने दो दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी पहुंचकर आज सुबह की मडुवे की बुवाई,,,,,,

प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने अपने दो दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी पहुंचकर आज सुबह की मडुवे की बुवाई,,,,,,

 

ABPINDIANEWS, देहरादून-  दो दिवसीय दौरे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह उत्तरकाशी के शिरोर में “मंडुआ” की बुवाई की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार मिलेट्स का प्रचार प्रसार हो रहा है उसी का परिणाम है कि आज देश ही नहीं विश्व स्तर पर मोटे अनाज (मिलेट्स) की मांग बढ़ रही है।

प्रदेश में सरकार द्वारा मिलेट फसलों को प्रोत्साहन देने हेतु लगभग ₹73 करोड़ रुपए की धनराशि स्टेट मिलेट मिशन को दी गई है।

हमारी सरकार पर्वतीय क्षेत्र के किसानों से मंडवा, झिंगोरा, चौलाई जैसे मोटे अनाजों की खरीद MSP पर कर रही है व किसानों को इसका ऑनलाइन भुगतान भी किया जा रहा है।

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🪔 दीपावली 2025 : जानिए कब है लक्ष्मी पूजन, क्या है शुभ मुहूर्त और पूर्ण विधि-विधान 🪔 देहरादून। इस वर्ष दीपों का पर्व दीपावली पूरे हर्षोल्लास के साथ सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे से प्रारंभ होकर 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक रहेगी। ऐसे में प्रमुख लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त रात 7:08 बजे से 8:18 बजे तक निर्धारित किया गया है। देर से पूजा करने वालों के लिए निशीथ काल मुहूर्त भी रहेगा, जो रात 11:41 बजे से 12:32 बजे (21 अक्टूबर) तक मान्य रहेगा। — 🌸 घर-घर में सजेगा दीपोत्सव का माहौल दीपावली पर घरों और बाजारों में रौनक देखने लायक होगी। लोग घरों की सफाई, सजावट और दीपों की जगमगाहट से वातावरण को आलोकित करेंगे। शुभ अवसर पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा धन, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि के लिए की जाएगी। — 📿 पूजन विधि-विधान धार्मिक मान्यता के अनुसार दीपावली के दिन सबसे पहले घर की शुद्धि और सजावट की जाती है। इसके बाद लाल या पीले वस्त्र पहनकर पूजा स्थल को तैयार किया जाता है। पूजा स्थल पर नया कपड़ा बिछाकर माता लक्ष्मी एवं भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना की जाती है। कलश, अक्षत, फूल, दीपक, धूप, अगरबत्ती, मिठाई और फल-प्रसाद सहित सभी पूजन सामग्री रखी जाती है। सबसे पहले गणेश जी की पूजा “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र से की जाती है। इसके बाद माता लक्ष्मी का आवाहन “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र के साथ कर पुष्प, चावल और दीप अर्पित किए जाते हैं। परिवार सहित लक्ष्मी आरती की जाती है और प्रसाद वितरित किया जाता है। व्यावसायिक लोगों के लिए इस दिन नए बही-खाते की पूजा शुभ मानी जाती है। — 💡 दीप जलाने का महत्व दीपावली का अर्थ ही है—अंधकार पर प्रकाश की विजय। दीपक का प्रकाश न केवल घर को रोशन करता है, बल्कि मन के अंधकार को भी दूर करता है। धर्मग्रंथों के अनुसार, इस दिन दीप जलाने से दरिद्रता, क्लेश और नकारात्मकता का नाश होता है तथा मां लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है। — 🌺 समृद्धि और मंगल का संदेश दीपावली केवल धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और प्रेम का प्रतीक भी है। दीपों की रौशनी हर घर में खुशियों की नई किरण लेकर आती है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सही मुहूर्त में श्रद्धा-भावपूर्वक किया गया लक्ष्मी पूजन जीवन में धन, सौभाग्य और शांति का संचार करता है।

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