September 16, 2025

उत्तराखंड टपकेश्वर महादेव मंदिर में मूसलधार बारिश का कहर जारी शिवलिंग तक पहुंचा मलबा, श्रद्धालुओं ने सरकार से की मदद की अपील,,,

उत्तराखंड टपकेश्वर महादेव मंदिर में मूसलधार बारिश का कहर जारी शिवलिंग तक पहुंचा मलबा, श्रद्धालुओं ने सरकार से की मदद की अपील,,,

देहरादून: 16 सितंबर 2025 उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीती रात हुई मूसलधार बारिश ने शहर को बुरी तरह प्रभावित किया है। जलभराव और भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन सबसे अधिक नुकसान प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर को हुआ है, जहां प्राकृतिक आपदा ने श्रद्धालुओं के विश्वास को झकझोर कर रख दिया।

🔴शिवलिंग तक पहुंचा मलबा, रेत हटाने में पुजारियों की कड़ी मेहनत🔴

मंदिर से सटी नदी का जलस्तर सामान्य से लगभग 28 फीट ऊपर पहुंच गया, जिससे मंदिर परिसर में भारी मात्रा में मलबा भर गया। शिवलिंग पर दो फीट तक रेत चढ़ गई, जिसे पुजारियों और सेवकों ने घंटों की मेहनत के बाद सावधानीपूर्वक हटाया।

🔴मुख्य पुल बहा, लिफ्ट प्रणाली क्षतिग्रस्त🔴

श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए उपयोग होने वाला मंदिर का छोटा पुल पूरी तरह बह गया है। इसके साथ ही मंदिर की लिफ्ट प्रणाली को भी गंभीर क्षति पहुंची है, जिससे अब बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए मंदिर तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।

🔴पूजा सामग्री बह गई, पुजारियों का निवास प्रभावित🔴

बारिश के कारण पूजा सामग्री और धार्मिक वस्तुएं बहकर चली गईं। इतना ही नहीं, मंदिर में निवास करने वाले पुजारियों के कमरे भी पानी से भर गए, जिससे उनके निजी सामान और धार्मिक पुस्तकें भी खराब हो गईं।

🔴स्थानीय नेताओं और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया🔴

हर दिन दर्शन के लिए मंदिर आने वाले कांग्रेस नेता लालचंद शर्मा ने कहा,

“मैंने टपकेश्वर में ऐसी तबाही पहले कभी नहीं देखी। यह दृश्य बेहद पीड़ादायक है।”

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से तत्काल राहत और पुनर्निर्माण की मांग की है।

🟢प्रशासन से राहत की अपेक्षा🟢

टपकेश्वर महादेव मंदिर न केवल एक प्राचीन धार्मिक स्थल है, बल्कि देहरादून की आस्था और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने मांग की है कि सरकार मंदिर की जल्द मरम्मत करवाए और भविष्य में ऐसी आपदाओं से सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करे।

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