उत्तराखंड में खुला मां यमुनोत्री धाम का दानपात्र, एक महीने में श्रद्धालुओं ने चढ़ाया 23 लाख से ज्यादा का चढ़ावा,,,,,
देहरादून: चारधाम यात्रा बेहतर और सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो रही है। जिसके चलते श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के साथ ही मंदिर समिति की आय में वृद्धि हो रही है।
चारधाम के पहले प्रमुख तीर्थ धाम यमुनोत्री में एक माह में करीब 3.29 लाख श्रद्धालुओं ने यमुना नदी तप्त कुंड में डुबकी लगाई और मां यमुना की पूजा अर्चना कर दर्शन किए। इन श्रद्धालुओं से यमुनोत्री मंदिर समिति को दान पात्र, रसीद बुक के माध्यम से करीब 23 लाख से ज्यादा की आय हुई है। मंदिर समिति के अध्यक्ष एसडीएम बृजेश कुमार तिवारी ने कहा कि चारधाम यात्रा बेहतर और सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो रही है। जिसके चलते श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के साथ ही मंदिर समिति की आय में वृद्धि हो रही है।
चारधाम यात्रा: पहले महीने में 12% कम आए श्रद्धालु
इस साल चारधाम यात्रा के पहले महीने पिछले वर्ष की तुलना में कम तीर्थयात्री आए। एसडीसी फाउंडेशन ने दो वर्षों के तुलनात्मक आंकड़ों के विश्लेषण से यह खुलासा किया है।संस्था के मुताबिक, इस वर्ष यात्रा के पहले महीने में केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री और हेमकुंड साहिब में कुल 17,17,619 श्रद्धालु पहुंचे। 2024 में इसी अवधि में 19,56,269 तीर्थयात्री पहुंचे थे। यह कुल 2,38,650 की गिरावट दर्शाता है, जो कुल यात्रियों की संख्या का 12 प्रतिशत है।धामवार विश्लेषण में यह गिरावट और स्पष्ट रूप से सामने आती है। केदारनाथ में इस वर्ष 6,49,161 तीर्थयात्री पहुंचे। पिछले वर्ष यह संख्या 7,48,348 थी। यानी 13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई।
बदरीनाथ में 2024 के 4,72,065 के मुकाबले इस वर्ष 4,57,409 यात्रियों ने दर्शन किए, जो तीन प्रतिशत की कमी दर्शाता है। भौगोलिक जटिलताओं के कारण अकसर बाधाओं का सामना करने वाले यमुनोत्री में इस वर्ष 3,02,713 श्रद्धालु पहुंचे। जबकि 2024 में यह संख्या 3,46,545 थी। इस तरह यहां 11% कम श्रद्धालु आए। गंगोत्री में सबसे तेज गिरावट दर्ज हुई। 2025 में 2,93,228 तीर्थयात्री पहुंचे जबकि 2024 में यह आंकड़ा 3,39,892 था, जो 14 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है।
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