July 6, 2025

उत्तराखंड में फर्जी राशन कार्ड से लेकर हुआ बड़ा खुलासा, राजधानी में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का चल रहा था खेल, पुलिस ने किया पर्दाफाश,,,,

उत्तराखंड में फर्जी राशन कार्ड से लेकर हुआ बड़ा खुलासा, राजधानी में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का चल रहा था खेल, पुलिस ने किया पर्दाफाश,,,,

देहरादून: राजधानी देहरादून में सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग का बड़ा मामला सामने आया है। फर्जी राशन कार्डों के आधार पर 9,428 आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जाने का खुलासा हुआ है। इस गंभीर फर्जीवाड़े के खिलाफ थाना राजपुर और कोतवाली नगर में मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं।

जांच में पाया गया कि जिन 1,36,676 राशन कार्डों को जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने अमान्य घोषित किया था, उन्हीं में से हजारों कार्डों के आधार पर अपात्र लोगों ने आयुष्मान योजना का लाभ उठा लिया। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (SHA) ने जब इन कार्डों के सत्यापन के लिए डाटा की गहन जांच की, तो यह फर्जीवाड़ा सामने आया।

9428 आयुष्मान कार्ड फर्जी पाए गए–
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अतिरिक्त निदेशक (आईटी) अमित शर्मा ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान 9428 आयुष्मान कार्ड फर्जी पाए गए, जिनमें से 150 कार्ड पहले ही रद्द किए जा चुके हैं, बाकी को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया चल रही है।

गिरोह की आशंका, करोड़ों के नुकसान की संभावना –
प्राधिकरण को शक है कि इस फर्जीवाड़े के पीछे किसी संगठित गिरोह का हाथ हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि इन कार्डों के ज़रिए सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया गया है। कई अपात्र लोगों ने मुफ्त इलाज और अन्य सुविधाओं का लाभ ले लिया।

राशनकार्ड सत्यापन में हुआ खुलासा-
जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय के राशनकार्ड प्रभारी शशांक चौधरी के मुताबिक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सभी राशन कार्डों का सत्यापन किया गया था। सत्यापन में पता चला कि कई कार्ड या तो मृत व्यक्तियों के नाम पर बने हैं या फिर फर्जी दस्तावेजों से बनवाए गए हैं। ऐसे 1.36 लाख से अधिक राशन कार्ड रद्द कर दिए गए।

थानों में दर्ज हुए मुकदमे, पुलिस कर रही कार्रवाई-
एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने जानकारी दी कि मामले में थाना राजपुर और कोतवाली नगर में एफआईआर दर्ज की गई है। अब पुलिस ऐसे सभी मामलों को चिन्हित कर कार्रवाई कर रही है, ताकि सरकारी योजनाओं के अनुचित लाभ को रोका जा सके।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने साफ कहा है कि जनता के हक पर डाका डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस तरह की फर्जीवाड़े की शिकायत मिलने पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। सत्यापन अभियान तेज़ी से चल रहा है और आने वाले समय में और भी कई फर्जी कार्डों के खुलासे की संभावना है।

Share