January 7, 2025

छठे नवरात्रि की जाती है माता कात्यायनी की स्तुति, आइए जानते हैं कैसा है मां कात्यायनी का स्वरूप और क्या है प्रिय भोग,,,,

छठे नवरात्रि की जाती है माता कात्यायनी की स्तुति, आइए जानते हैं कैसा है मां कात्यायनी का स्वरूप और क्या है प्रिय भोग,,,,

दिल्ली- 8 अक्तूबर को षष्ठी तिथि है। इस दिन देवी दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। माता कात्यायनी गृहस्थ जीवन में खुशहाली की देवी हैं। विवाह संबंधी समस्याओं को दूर करने वाली मां कात्यायनी को ब्रज मंडल की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। मां कात्यायनी का यह स्वरूप स्वर्ण के समान चमकीला और भास्वर है।

मां कात्यायनी बीज मंत्र
क्लीं श्री त्रिनेत्राय नम:।
आइए जानते हैं कैसा है मां कात्यायनी का स्वरूप
नवरात्रि के छठे दिन यानी षष्टी तिथि में माता दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा होती है। मां कात्यायनी ऋषि कात्यायन की पुत्री के रूप में अवतरित हुई थीं। वह सुखमय गृहस्थ जीवन प्रदान करने वाली देवी हैं। मां कात्यायनी की चार भुजाएं हैं। उनके बाएं हाथ में कमल, तलवार और दाहिने हाथ में स्वास्तिक व आशीर्वाद मुद्रा है। मां कात्यायनी सिंह पर सवार हैं।
माता का प्रिय रंग और पसंदीदा भोग
कहते हैं कि देवी दुर्गा के स्वरूप मां कात्यायनी को हरा रंग प्रिय है। हरा रंग समृद्धि, हरियाली का प्रतीक है। मां के छठे स्वरूप को प्रसन्न करने के लिए इस दिन पूजा में हरे रंग के कपड़े पहन सकते हैं। चाहें तो मां का श्रृंगार भी हरे रंग के वस्त्र से कर सकते हैं।
ऐसा माना जाता कि मां कात्यायनी को शहद और शहद से बने पकवान प्रिय हैं। ऐसे में आप माता कात्यायनी के पूजन के लिए शहद से बनाई हुई खीर अर्पित कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए चावल की सामान्य खीर में शहद मिलाएं।
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