September 22, 2025

उत्तराखंड ज्वालापुर, हरिद्वार में 119वां रामलीला महोत्सव मे रावण-बाणासुर व परशुराम-लक्ष्मण संवाद का हुआ भव्य मंचन, दर्शन हुए भावविभोर,,,,,

उत्तराखंड ज्वालापुर, हरिद्वार में 119वां रामलीला महोत्सव मे रावण-बाणासुर व परशुराम-लक्ष्मण संवाद का हुआ भव्य मंचन, दर्शन हुए भावविभोर,,,,,

हरिद्वार: श्री रामलीला समिति (रजि.) मौ. लक्कड़हारान, ज्वालापुर द्वारा 119वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित रामलीला महोत्सव में भव्य मंचन का आयोजन हुआ। रंगमंच पर प्रस्तुत ‘रावण-बाणासुर संवाद’ एवं ‘परशुराम-लक्ष्मण संवाद’ की लीलाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

         🏵मुख्य अतिथियों की उपस्थिति🏵

इस अवसर पर बतौर अतिथि  शिवप्रसाद रम्मनके, विनय खेवड़िया, डॉ. अजय तुम्बडिया ,  अविक्षित रम्मन , दीपक झां, गौरव झां, अमित भक्त, हिमांशु भारद्वाज, यथार्य तुम्बडिया एवं देवज्ञ रम्मनके मौजूद रहे।
सभी अतिथियों ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम व लक्ष्मण जी की आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

समिति पदाधिकारी और आयोजन टीम आयोजन को सफल बनाने में समिति पदाधिकारियों का विशेष योगदान रहा।अध्यक्ष: श्री राम सरदार, मंत्री: प्रदीप पत्थरवाले, प्रबंधक: नितिन अधिकारी, कार्यवाहक अध्यक्ष: विशाल सिखौला, निर्देशक: दुष्यंत कुएंपेवाले,संयोजक: प्रवीण जी मल्ल, कोषाध्यक्ष: शोभित खेड़ेवाले, स्वागतमंत्री सत्यम अधिकारी, उदित वशिष्ठ, आशुतोष चक्रपाणि, मनोज चाकलान, आलोक चौहान, राकेश चक्रपाणी, प्रवीण खेड़ेवाले,गौरव चक्रपाणी, मधुसूदन हेम्मनके, शगुन भगत, शिवम अधिकारी, नितीश व शशांक सिखौला, गौरव चक्रपाणी, तन्मय सरदार, नवनीत चक्रपाणी, युवराज चाकलान, राघव ठेकेदार, देवांश अधिकारी, अभिषेक चाकलान, पारुल चक्रपाणि, विशाल अधिकारी सहित कई अन्य सदस्य और युवा कार्यकर्ता सक्रिय रूप से जुड़े रहे।

 

       🏵धार्मिकता और संस्कृति का संगम🏵

रामलीला के इस मंचन ने जहां धार्मिक आस्था को गहराई से स्पर्श किया, वहीं समाज में धर्म, संस्कृति और मर्यादा की महत्ता का संदेश भी दिया जा रहा है। श्रद्धालुजन उत्सव में शामिल होकर भावविभोर हो उठे और आयोजन स्थल पर भक्ति, उत्साह और आनंद का अद्भुत संगम देखने को मिला।

Share