उत्तराखंड श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर मिलेगी गोमुख जाने की अनुमति, पैदल मार्ग को किया सुचारू,,,,,

देहरादून: गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल को खुल गए थे। इसके बाद गरतांग गली और नेलांग जाने वाले पर्यटकों को अनुमति मिलनी शुरू हो गई थी, लेकिन गोमुख ट्रेक पर आठ स्थानों पर बड़े ग्लेशियर आने के कारण वहां पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई थी।
गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही गोमुख जाने के लिए पर्यटकों को अनुमति मिलनी शुरू हो जाएगी। गंगोत्री नेशनल पार्क की ओर से करीब 18 किमी लंबे पैदल मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया है। इस ट्रेक पर जाने के लिए पर्यटन विभाग के कर्मचारी को अनुमति मिल गई है। वह सोमवार तक अपने केंद्र के लिए रवाना होंगे।
गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल को खुल गए थे। इसके बाद गरतांग गली और नेलांग जाने वाले पर्यटकों को अनुमति मिलनी शुरू हो गई थी, लेकिन गोमुख ट्रेक पर आठ स्थानों पर बड़े ग्लेशियर आने के कारण वहां पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई थी। इस कारण ट्रेकिंग व्यवसायियों को भी नुकसान हो रहा था।
पार्क प्रशासन की ओर से वहां पर अप्रैल माह के मध्य में मजदूरों के माध्यम से मार्ग सुचारू करने का प्रयास किया गया। लेकिन कुछ दिन मौसम खराब होने के कारण वहां पर कार्य नहीं हो पाया
उसके बाद मौसम साफ होते ही मजदूरों ने माइनस जीरो डिग्री में कार्य कर वहां पर गंगोत्री-गोमुख मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया है। रेंज अधिकारी प्रदीप बिष्ट ने बताया कि बीते शुक्रवार को कनखू बैरियर की एक टीम गोमुख ट्रेक की रेकी पर गई थी।
उन्होंने बताया कि मार्ग पूरी तरह सुचारू कर दिया गया है। कहा कि प्रशासन की अनुमति के बाद 30 अप्रैल से पर्यटकों को जाने की अनुमति दी जाएगी। वहीं अभी पर्यटन केंद्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को जाने की अनुमति दे दी गई है।

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